अप्रवासन

  • अप्रवासन
  • ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की स्थापना भारत सरकार द्वारा वर्ष 1971 में की गई थी जिससे देश के भीतर हो रहे अप्रवासन कार्यों को सुगमता से किया जा सके। ब्यूरो की अध्यक्षता इमीग्रेशन आयुक्त द्वारा की जाती है जिन्हें एयरपोर्ट पर बेहतर अप्रवासन सुविधाएं मुहैया कराने तथा विभिन्न अधिनियमों तथा नियमों के अधीन विदेशियों के पंजीकरण से संबंधित कार्यों के निर्वहन हेतु एफआरआरओ द्वारा सहायतित किया जाता है। भारत में कुल 82 अप्रवासी चेक पोस्ट हैं जिसके माध्यम से अंतरराष्ट्रीय ट्रैफिक का संचालन किया जाता है। इनमें से 37 चेक पोस्ट ब्यूरो के अधीन कार्य करते हैं एवं शेष संबंधित राज्य सरकार द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं।

    वर्तमान में प्रमुख शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अमृतसर, बेंगलुरू, हैदराबाद, कालीकट, कोच्चि, त्रिवंदरम एवं लखनऊ में कुल 11 एफआरआरओ हैं। इसके अतिरिक्त, अहमदाबाद, गोवा, जयपुर, गया, वाराणसी, नागपुर, पूणे, मेंगलोर, त्रिची, कोयम्बटूर, बागडोगरा एवं गुवाहाटी में 12 मुख्य अप्रवासन अधिकारी तैनात हैं। शेष स्थानों पर जिला पुलिस अधीक्षक अथवा संबंधित अधिकारी बतौर एफआरओ अपनी सेवाएं विदेशियों को दे रहे हैं।

    अप्रवासन प्रणाली को अधिक सुदृढ़ बनाने हेतु गृह मंत्रालय/ब्यूरो द्वारा नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) की सहायता से आधुनिक कार्यक्रम अर्थात मिशन मोड प्रोजेक्ट ऑन इमिग्रेशन वीज़ा फॉरेनर्स रजिस्ट्रेशन एण्ड ट्रैकिंग (आईवीएफआरटी) चलाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के अधीन, सभी भारतीय मिशन, इमिग्रेशन चेकपोस्ट (आईसीपी), एफआरआरओ/एफआरओ कार्यालय को कंप्यूटरीकृत किया गया है तथा नेटवर्क से जोड़ा गया है जिससे एक सुरक्षित व एकीकृत कार्य संरचना का निर्माण किया जा सके तथा यात्रियों को सुविधा प्रदान की जा सके।

    अधिक जानकारी हेतु कृपया यहां क्लिक करें।