पोटेटो फ्लेक्स, वोडका उत्पादन (आलू आधारित), मीट प्रसंस्करण, आम/अमरूद, लीची पल्प के विकल्प
पद*1( पुरे भारत में)
आलू का उत्पादन (34%)
पशुधन-छोड़कर गाय (11%)
दूध उत्पादन (17%)
- कच्चे माल का विस्तृत स्त्रोत
- खाद्यान्न उत्पादन-20%
- गेहूं उत्पादन-34%
- फल उत्पादन–19%
- सब्जी उत्पादन– 30%
- भारत से 60% मीट निर्यात का योगदान
- गन्ने के निर्यात में 35% योगदान तथा गन्ना उत्पादन में दूसरी रैंक
- बाराबंकी, वाराणसी, अयोध्या में तीन एग्रो पार्कों का निर्माण तथा लखनऊ, सहारनपुर, बाराबंकी, वाराणसी में चार पैक हाउस का निर्माण
- मेगा फूड पार्क जगदीशपुर में प्रस्तावित
- आम, अमरूद व आंवला हेतु फ्रूट बेल्ट
- प्रदेश में जिन सब्जियों की मुख्य रूप से खेती की जाती है - मटर, आलू, पत्ता गोभी, टमाटर, ओकरा व अन्य हरी सब्जियां
- राज्य में प्रमुख मसालों का उत्पादन – मिर्च, लहसुन, अदरक व हल्दी
- कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर के भी विकल्प उपलब्ध
- देश के कुल दुग्ध उत्पादन के लगभग 1/5 भाग में योगदान ।
- राज्य के कुल दुग्ध उत्पादन में भैंस के दूध का 70% योगदान |
- मात्र 5% तरल दुग्ध का ही को प्रसंस्कृत किया जाता है तथा सुनियोजित क्षेत्र में उसकी आपूर्ति की जाती है।
- खाद्यान्न उत्पन्न करने वाला सबसे बड़ा राज्य तथा गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक।
- राज्य में प्रमुख खाद्यान्न उत्पादन में चावल, गेहूं, मक्का, बाजरा, चना, मटर तथा मसूर सम्मिलित है।
- चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक तथा राष्ट्रीय उत्पादन में 13% का योगदान
- मुर्गी पालन हेतु प्रदेश में बहु-विकल्प उपलब्ध हैं क्योंकि लगभग 3650 मिलियन अंडों व 90 मिलियन मुर्गी का वार्षिक क्रय अन्य राज्यों से किया जाता है |
- मुर्गी पालन को बढ़ावा देने की नई योजना अभी प्रक्रियाधीन है, जिसमें ब्याज सब्सिडी एवं मण्डी कर व स्टैंप ड्यूटी से संबंधित छूट है।
- संसाधित फ्रोज़न मीट के सबसे बड़े निर्यातक
- 15 आधुनिक एकीकृत बूचड़खाने व 35 मीट प्रोसेसिंग इकाइयां
- मीट उत्पादन में भैंस का मीट प्रमुख स्त्रोत व निर्यात, अन्य स्त्रोत में भेड़ व बकरी का मीट सम्मिलित
- भारत में अंतर्देशीय मत्स्य पालन के तीसरे सबसे बड़े उत्पादक
- बाराबंकी, गोरखपुर, सहारनपुर व वाराणसी में स्थित
- सॉर्टिंग, ग्रेडिंग, स्वच्छता सुविधा एवं गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशालाओं के साथ बहु-चैम्बर कोल्ड स्टोरेज।
- विद्युत उपकेंद्र, औद्योगिक प्लॉट।
- शक्तिमान मेगा फूड पार्क, जगदीशपुर का शुभारंभ हुआ जो 72 एकड़ में फैला हुआ है तथा 35 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां हैं।
- एकीकृत डेरी प्लांट को कानपुर, लखनऊ, सैफई व वाराणसी में स्थापित किया जाना है।
- डेयरी प्लांट की प्रतिदिन 5 लाख लीटर क्षमता का उत्पादन प्रस्तावित है।
- प्रत्येक इकाई में लगभग 18.8 मिलियन यूरो का निवेश।
- परियोजना से लगभग 20,000 लोग को रोज़गार संभावित |
- कानपुर में एकीकृत कोल्ड चेन डेरी इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना की जा रही है।
- प्लांट की 10 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता उत्पादन प्रस्तावित है।
- प्रत्येक इकाई में लगभग 35 मिलियन यूरो का निवेश।