आगामी परियोजनाएं

प्लास्टिक सिटी औरैया

  • गेल, एनटीपीसी, सीआईपीईटी, एमएसएमई_डीआई और वित्तीय संस्थानों (एचयूडीसीओ, एसआईडीबीआई और नाबार्डऔर अन्य ) के साथ समन्वय में एकीकृत प्लास्टिक पार्क की स्थापना की जा रही है।
  • गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) औरैया में दो तरह का प्लास्टिक के कच्चे माल का प्रमुख उत्पादक है।

मेगा लेदर क्लस्टर(एमएलसी) परियोजना

  • हरदोई और कानपुर में क्रमशः दो ग्रीन-फील्ड मेगा लेदर क्लस्टर (MLC) परियोजनाएँ आने वाली हैं।
  • हरदोई व कानपुर क्लस्टर को क्रमश: 150 व 625 एकड़ भूमि प्रदत्त की गई है।
  • एमएलसीमें भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की मांगों को पूरा करने के लिए नवीनतम तकनीक के साथ विश्वस्तरीय अवसंरचना तैयार किया जाएगा।
  • एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) जिसमें चमड़ा उद्योग से जुड़े उद्यमी और इकाइयां स्थापित करने के इच्छुक व्यक्ति दोनों हैं,दोनों परियोजनाओं के लिए गठित किया गया है।

हाई टेक औद्योगिक टाउनशिप (डीएमआईसी) परियोजना

  • दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा विकास निगम लिमिटेड (DMICDCL) पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर के दोनों ओर औद्योगिक निवेश क्षेत्र (IIZ) स्थापित करेगा।
  • यूपी के 12 जिलों में डीएमआईसी कैचमेंट एरिया का 36068 वर्ग किलोमीटर (15%) है।
  • यूपीएसआईडीसीने आईआईज़ेडके तहत 2,800 एकड़ भूमि में एक एकीकृत-औद्योगिक हाई-टेक टाउनशिप का प्रस्ताव दिया है।
  • परियोजना में अपेक्षित निवेश 427.05 मिलियन अमरीकी डालर का है।

पूर्वी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर परियोजना

  • पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) पर औद्योगिक गलियारे से 2018 तक लगभग 6896 मिलियन अमरीकी डालर का अनुमानित निवेश होगा।
  • पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी लगभग 57% (1,049 KM विच्छेदित राज्य) है।
  • राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित इक्विटी5% है।